भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है और आईपीएल मैचों की दूसरी पारी में 11वें ओवर के बाद एक नई गेंद इस्तेमाल करने का नियम लागू किया है। यह फैसला बीसीसीआई और इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) प्रबंधन द्वारा आगामी सीजन के लिए लिया गया है।
बीसीसीआई ने गुरुवार (20 मार्च) को मुंबई स्थित क्रिकेट सेंटर में टीम कप्तानों और मैनेजरों की बैठक के दौरान इन नए नियमों की जानकारी दी। बैठक में शामिल एक सूत्र ने क्रिकबज को इसकी पुष्टि की।
दूसरी पारी में नई गेंद का इस्तेमाल
आईपीएल के नए नियम के तहत, दूसरी पारी के 11वें ओवर के बाद एक नई गेंद दी जाएगी। इस फैसले का मुख्य उद्देश्य रात के मैचों में ओस के प्रभाव को कम करना है, जो अक्सर गेंदबाजों के लिए चुनौती बन जाता है। इस नियम से टॉस जीतने वाले कप्तान को मिलने वाले संभावित फायदे को कम किया जाएगा और मुकाबलों को ज्यादा संतुलित बनाया जाएगा।
सलाइवा प्रतिबंध हटाने का निर्णय
गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल पर लगा प्रतिबंध COVID-19 महामारी के दौरान लागू किया गया था, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके। लेकिन अब, जब महामारी का प्रभाव खत्म हो चुका है, तो कई खिलाड़ियों ने इस नियम को हटाने की मांग की थी।
भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने हाल ही में दुबई में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान इस प्रतिबंध को हटाने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, “हम हमेशा अधिकारियों से अनुरोध करते हैं कि सलाइवा के उपयोग की अनुमति दें ताकि स्विंग और रिवर्स स्विंग मैचों में वापस आ सके।” उनके इस अनुरोध का समर्थन दक्षिण अफ्रीका के पूर्व गेंदबाज वर्नोन फिलैंडर और न्यूजीलैंड के टिम साउदी जैसे खिलाड़ियों ने भी किया था।
अंपायर लेंगे गेंद बदलने का निर्णय
बीसीसीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि दूसरी पारी में नई गेंद का उपयोग केवल अंपायरों के विवेक पर निर्भर करेगा। “अगर अंपायरों को लगेगा कि ओस का असर गेंद की स्थिति पर पड़ रहा है, तभी वे नई गेंद देने का फैसला करेंगे,” एक सूत्र ने बताया।
यह नियम मुख्य रूप से रात के मैचों पर लागू होगा और दोपहर में खेले जाने वाले मैचों में दूसरी गेंद मिलने की संभावना कम रहेगी।