बाबर आजम: ‘पाकिस्तानी टीम पर कोई दबाव नहीं, अतीत की घटनाएं हमारे नियंत्रण से बाहर थीं

पाकिस्तान पिछले दो आईसीसी टूर्नामेंटों में ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया, लेकिन आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप 2024 में उसकी हालत और खराब हो गई, जब उसे अमेरिका के खिलाफ शर्मनाक हार झेलनी पड़ी, जबकि चिर प्रतिद्वंद्वी भारत ने खिताब अपने नाम किया।

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पाकिस्तान के स्टार क्रिकेटर बाबर आजम का कहना है कि भले ही अतीत में टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा हो, लेकिन तीन दशकों में पहली बार अपने घरेलू मैदान पर होने वाले बड़े टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ियों पर किसी तरह का दबाव नहीं है। पाकिस्तान ने आखिरी बार 1996 में भारत और श्रीलंका के साथ मिलकर आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी की थी। हालांकि, श्रीलंकाई टीम पर आतंकी हमले के बाद से विदेशी टीमों का पाकिस्तान दौरा काफी कम हो गया है।

मेजबान टीम पर दबाव साफ नजर आ रहा है, क्योंकि पिछले दो आईसीसी टूर्नामेंटों में उसे ग्रुप चरण से ही बाहर होना पड़ा। हालात तब और बिगड़ गए जब आईसीसी पुरुष टी-20 विश्व कप 2024 में पाकिस्तान को अमेरिका जैसी नई टीम से अप्रत्याशित हार झेलनी पड़ी, वहीं चिर प्रतिद्वंद्वी भारत ने खिताब अपने नाम कर लिया।

हालांकि, बाबर ने स्पष्ट किया कि पिछली नाकामियों का टीम पर कोई असर नहीं है और खिलाड़ी बिना किसी दबाव के टूर्नामेंट की तैयारी कर रहे हैं।

बाबर ने जोर देकर कहा कि टीम किसी भी दबाव में नहीं है और जो कुछ अतीत में हुआ, उसे बदला नहीं जा सकता। आईसीसी की वेबसाइट से बात करते हुए उन्होंने कहा, “हमने अपनी गलतियों का विश्लेषण किया है और उन्हें सुधारने पर काम किया है।” उन्होंने आगे कहा, “एक वरिष्ठ खिलाड़ी के रूप में मेरी जिम्मेदारी बढ़ जाती है, और जब टीम मुझ पर भरोसा करती है, तो मैं इसे एक सकारात्मक पहलू के रूप में लेता हूं।”

बाबर ने यह भी कहा कि घरेलू परिस्थितियों में खेलना टीम के लिए फायदेमंद रहेगा।

उन्होंने बताया, “घरेलू मैदान पर खेलने से हमें यह लाभ मिलता है कि हम पिच के हर पहलू से पहले से ही वाकिफ होते हैं।” बाबर ने आगे कहा, “हालाँकि हमें पिच के पहले और दूसरी पारी के रुझानों का अंदाज़ा होता है, लेकिन बेहतरीन प्रदर्शन तब भी जरूरी है क्योंकि बाकी टीमें भी उतनी ही सक्षम हैं।” अंत में उन्होंने जोर देकर कहा, “इस तरह की प्रतियोगिता की मेजबानी करना वास्तव में महत्वपूर्ण है।”

बाबर ने कहा कि मेजबान होने से टीम को आराम मिलेगा।

उन्होंने बताया कि घरेलू मैदान पर खेलने से टीम को काफी लाभ मिलता है, क्योंकि स्थानीय परिस्थितियों की अच्छी समझ होने के कारण वह बेहतर प्रदर्शन कर सकती है। उन्होंने आगे कहा कि, “आप पहले से ही जान लेते हैं कि पिच पहले और दूसरे चरण में कैसा रवैया दिखाएगी, फिर भी आपको अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलना होगा क्योंकि मुकाबले में सभी टीमें बेहतरीन हैं।” इसके अतिरिक्त, प्रतियोगिता की मेजबानी करने का अपना विशेष महत्व होता है।

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