फूड-टेक क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ज़ोमैटो ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह अपना आधिकारिक नाम बदलकर “इटरनल” कर रही है। यह फैसला कंपनी द्वारा पिछले दो सालों से आंतरिक रूप से इस नए नाम का उपयोग करने के बाद लिया गया है।
कंपनी के अनुसार, इटरनल चार मुख्य व्यवसाय क्षेत्रों में काम करेगा, जिसमें ज़ोमैटो की फूड डिलीवरी सेवा, ब्लिंकिट की क्विक-कॉमर्स यूनिट, डिस्ट्रिक्ट का लाइव इवेंट्स सेक्टर और हाइपरप्योर की किचन सप्लाई यूनिट शामिल होगी।
संस्थापक दीपिंदर गोयल ने शेयरधारकों को संबोधित पत्र में लिखा कि जब ज़ोमैटो के अलावा अन्य पहलें हमारे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने लगीं, तब हमने कंपनी का नाम बदलने पर विचार किया। उन्होंने आगे कहा कि ब्लिंकिट के साथ मौजूदा स्थिति को देखते हुए, अब उन्हें लगता है कि यह सही समय आ गया है।
सीईओ ने स्पष्ट किया कि यह नाम परिवर्तन केवल कंपनी के स्तर पर होगा, जबकि उसके ब्रांड और ऐप पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। स्टॉक टिकर को ज़ोमैटो से बदलकर इटरनल किया जाएगा, वहीं कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट भी ज़ोमैटो.कॉम से बदलकर इटरनल.कॉम हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि बोर्ड ने इस नाम परिवर्तन को मंजूरी दे दी है, और अब वह अपने शेयरधारकों से भी इसका समर्थन करने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि अगर इस बदलाव को स्वीकृति मिलती है, तो कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट ज़ोमैटो.कॉम से इटरनल.कॉम हो जाएगी। साथ ही, स्टॉक टिकर को भी ज़ोमैटो से बदलकर इटरनल किया जाएगा।
यह बदलाव फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म के लिए एक नए चरण की शुरुआत को दर्शाता है। ज़ोमैटो द्वारा 2022 में ब्लिंकिट के अधिग्रहण को लेकर निवेशकों की शुरुआती आशंकाओं के विपरीत, अब तेजी से बढ़ते क्विक-कॉमर्स मॉडल में उनकी रुचि बढ़ती जा रही है, और यह कदम उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण संकेत है।
ब्लिंकिट और स्विगी इंस्टामार्ट ने भारत में शॉपिंग के तरीके को बदल दिया है, जिससे रिलायंस जियोमार्ट, अमेज़न और वॉलमार्ट की भारतीय इकाई जैसे खुदरा दिग्गज भी अपनी क्विक-कॉमर्स सेवाएं शुरू करने के लिए प्रेरित हुए हैं।